Impact of Ebrahim Raisi’s death: 19 मई 2024…पूरी दुनिया में इब्राहिम रईसी का हेलिकॉप्टर ग़ायब होने की ख़बर ऐसी फैली जिसने पूरी दुनिया को हिलाकर रख दिया। ठीक 3 जनवरी 2020 की तरह जब ईरान के जनरल क़ासिम सुलेमानी की मौत ने बहुत बड़े युद्ध का ख़तरा पैदा कर दिया था।
- क्या रईसी की मौत एक बड़े युद्ध की दस्तक है?
- क्या रईसी का हेलिकॉप्टर क्रैश, वर्ल्ड वॉर का लॉन्चिंग पॉयंट है?
गिरा हेलिकॉप्टर कराएगा ‘वर्ल्ड वॉर 3’?
बात बहुत गंभीर है क्योंकि एक देश के राष्ट्रपति की मौत हुई है। रईसी की मौत ईरान के अंदर हुए हेलिकॉप्टर हादसे में हुई. और सुलेमानी की मौत बग़दाद में अमेरिका के ड्रोन हमले में हुई। 4 साल के अंदर ईरान को ये दो बहुत बड़े हाईप्रोफ़ाइल सदमे लगे हैं। जिससे ना ईरान के दोस्त अलग रह सकते हैं और ना ही ईरान के दुश्मन।
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क्या ये वाक़ई ईरान में सुलेमानी पार्ट-2 है?। एक तरफ़ ईरान की मिलिटरी लीडरशिप पर हमला हुआ और अब ईरान की पॉलिटिकल लीडरशिप का अंत हो गया। जिस हेलिकॉप्टर में इब्राहिम रईसी सवार थे, उसमें उनके विदेश मंत्री हुसैन आमिर अब्दुल्लाहियां भी थे। यानी प्रेसिडेंट भी ख़त्म और विदेश मंत्री की भी मौत।
ईरान के प्रेसिडेंशियल हेलिकॉप्टर क्रैश में राष्ट्रपति और विदेश मंत्री समेत 8 लोगों की मौत हुई है। पूरा ईरान मातम मना रहा है। अब ये हादसा है या साज़िश…सवाल लगातार उठ रहे हैं। एक देश के राष्ट्रपति और विदेश मंत्री का ऐसे हादसे में मारा जाना, ये बात किसी के हलक़ के नीचे नहीं उतर रही।
ईरान के दुश्मनों की दूसरी लिस्ट किसने दी?
जब पिछले ग़ाज़ा में 8 महीनों से जारी इज़राइल की बमबारी में 35 हज़ार से ज़्यादा लोगों की मौत हो चुकी है और उत्तरी बॉर्डर पर लेबनान की तरफ़ से हिज़्बुल्लाह इज़राइल पर हमला कर रहा है। तब ईरान की लीडरशिप का सीधा मुक़ाबला इज़राइल और अमेरिका से भी हो रहा है। दोनों कैंप एक दूसरे को एक आँख नहीं पसंद करते। एक तरफ़ बाइडन, नेतनयाहू और उनके नैटो के दोस्त तो दूसरी तरफ़ हमास चीफ़ इस्माइल हानिया के साथ हिज़्बुल्लाह और ईरान की लीडरशिप खड़ी हुई है। इनके साथ रूस भी है और चीन भी खड़ा है।
13 अप्रैल की रात को ईरान ने इज़राइल पर मिसाइलों और ड्रोन की बारिश करके साबित कर दिया था कि पूरे पश्चिम एशिया में वो अकेला देश है। जो इज़राइल से सीधी टक्कर लेने को तैयार है। 300 ड्रोन और मिसाइल जब इज़राइल की तरफ़ बढ़ रहे थे। तब पूरी दुनिया में ईरान की लीडरशिप की बात हो रही थी। बेशक इज़राइल ने ईरान की तरफ़ से हुए 95 परसेंट से ज़्यादा मिसाइलों ड्रोन हमलों को नाकाम कर दिया। लेकिन रईसी और ख़ामेनेई पर पूरी दुनिया का फ़ौरन फ़ोकस हुआ। इस हमले के बाद रईसी ने साफ़ कहा था कि इज़राइल पर अगला हमला बताकर नहीं किया जाएगा और इससे भी दस गुना तेज़ और बड़ा अटैक किया जाएगा।
रईसी का ‘हेलिकॉप्टर रूट’ लीक हुआ था?
तब भी दुनिया दो ख़ेमों में बंट गई। ईरान और इज़राइल कैंप आमने सामने आ गया। लेकिन अब इनमें से दो लोग यानी ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी और विदेश मंत्री हुसैन आमिर अब्दुल्लाहियां की मौत हो चुकी है। सवाल है कि क्या ये हेलिकॉप्टर हादसा एक बड़े युद्ध की शुरुआत बन सकता है? क्या ये हेलिकॉप्टर क्रैश वर्ल्ड वॉर की वजह बन सकता है?
ईरान के राष्ट्रपति और विदेश मंत्री उस हेलिकॉप्टर में सवार थे जो ऐसे दौरे के लिये चुना गया, जिसपर पूरी दुनिया ख़ासकर ईरान के दुश्मनों की नज़र ज़्यादा थी। ईरान के राष्ट्रपति रईसी अपने पड़ोसी अज़रबैजान में क़िज़ कलासी और ख़ोदाफ़रिन बांध का उद्घाटन करने गए थे। ऐसा कम ही होता है जब ईरान या बाक़ी देश की टॉप लीडरशिप विमान या हेलिकॉप्टर में साथ चलती है।
इस उद्घाटन के बाद वो वापस ईरान के तबरीज़ शहर की तरफ़ जा रहे थे। रईसी बेल कंपनी के ह्यूई-212 हेलिकॉप्टर पर सवार थे। लेकिन रास्ते में ही उनका हेलिकॉप्टर क्रैश हो गया। जहां हेलिकॉप्टर गिरा वो जगह तबरीज़ शहर से 50 किलोमीटर दूर वर्ज़ेक़ान शहर के पास है। इस हेलिकॉप्टर क्रैश को लेकर थ्योरी बहुत सी सामने आ रही हैं।
फ़िलहाल सबको डर सता रहा है कि अगर ये हादसा नहीं बल्कि रईसी का हेलिकॉप्टर किसी साज़िश का शिकार हुआ है। क्या ईरान ऐसा बदला लेगा जो बहुत ख़ामोशी से अंजाम दिया जाएगा। इस वक़्त पश्चिम एशिया पर बहुत बड़ा ख़तरा मंडरा रहा है। शायद ग़ाज़ा में चल रही बमबारी से भी बड़ी तबाही दुनिया के इस इलाक़े की चौखट पर इंतज़ार कर रही है।
पुतिन लेंगे ‘दोस्त रईसी’ का बदला?
रईसी का हेलिकॉप्टर क्रैश होने के बाद दुनियाभर से प्रतिक्रियाएं आईं। रूस से व्लादिमिर पुतिन ने कहा कि हमने इब्राहिम रईसी और हुसैन आमिर अब्दुल्लाहियां, अपने दो दोस्त खो दिए। भारत ने कहा इस ख़बर से हम दुखी हैं। इब्राहिम रईसी ने भारत और ईरान की दोस्ती मज़बूत करने के लिये बहुत काम किया। भारत इस वक़्त ईरान के साथ खड़ा है। मलेशिया ने भी कहा बहुत दुख हुआ। इराक़ ने कहा दुख के इस वक़्त में ईरान के साथ हैं। तुर्की ने भी अफ़सोस ज़ाहिर किया। पाकिस्तान में एक दिन का शोक रखा गया है। चीन में शी जिनपिंग ने कहा कि चीन ने एक अच्छा दोस्त खो दिया।
लेकिन आंसू ग़ाज़ा के हमास और यमन के हूथी ने भी बहाए हैं और यहीं से रईसी की मौत के बाद अगले क़दम का इशारा मिलने लगा है। अगले कुछ दिनों में ईरान के ऐक्शन से बहुत बात साफ़ हो जाएंगी लेकिन ये ऐक्शन इस बात पर निर्भर करेगा कि रईसी की मौत हादसा है या फिर एक ऐसी साज़िश जिसके बाद युद्ध पर फ़ुलस्टॉप लगाना मुश्किल हो जाएगा।
इब्राहिम रईसी
- ईरान के सर्वोच्च नेता के पद के दावेदार थे
- मिडिल लिस्ट की राजनीति में रईसी का रोल अहम था।
- 2021 में ईरान के राष्ट्रपति चुने गए थे
- 2021 में 62% वोट से राष्ट्रपति का चुनाव जीता
- 1960 में ईरान के पूर्वी शहर मशहद में जन्म
- इस्लामी कानून के बड़े जानकार
- धार्मिक महत्व के शहर कोम में शिक्षा
- ईरान के प्रसिद्ध मौलवियों का मार्गदर्शन मिला
ईरान के सर्वोच्च नेता
- सैयद रोहिल्ला खामेनई: 3 दिसंबर 1979 से 3 जून 1989
- सैयद अली खामेनई: 4 जून 1989 से अब तक