Kejriwal Arrest: आम आदमी पार्टी का गठन भ्रष्टाचार के ख़िलाफ़ लड़ाई के साथ हुआ था। लेकिन विडंबना देखिए कि सीएम केजरीवाल समेत आम आदमी पार्टी का पूरा का पूरा कुनबा, भ्रष्टाचार के आरोपों में ऐसा घिरा कि अब इस दलदल से निकलना पार्टी के लिए चुनौती बन गया है। इस लेख में पढ़िए भ्रष्टाचार की पूरी क्रोनोलॉजी और वो किरदार, जिन पर करप्शन के आरोप लगे, और अब वो जेल में सज़ा काट रहे हैं।
Kejriwal Arrest: कैसे AAP को निगल गया भ्रष्टाचार?
सीएम अरविंद केजरीवाल (Kejriwal Arrest) ने जिस पार्टी को भ्रष्टाचार के ख़िलाफ़ एक बड़ी मुहिम बनाकर शुरू किया था, उसी पार्टी के नेताओं पर भ्रष्टाचार के इतने आरोप लगेंगे कि नौबत सीएम अरविंद केजरीवाल की गिरफ़्तारी तक आ गई। आम आदमी पार्टी की ये कोई पहली कहानी नहीं है, भ्रष्टाचार के ख़िलाफ़ ढोल पीटने वाली पार्टी पर क़ानून का शिकंजा 2017 में ही कसना शुरू हो गया था। जब मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़े मामले में तब दिल्ली के स्वास्थ्य महकमा संभालने वाले सत्येंद्र जैन CBI की रेडार पर आ गए थे।
हालांकि सत्येंद्र जैन को मई 2022 में गिरफ़्तार कर लिया गया। ED ने सत्येंद्र जैन से एक्ससाइज़ पॉलिसी को लेकर भी सवाल किए थे। जबकि उनकी गिरफ़्तारी कथित हवाला लेन देन को लेकर की गई थी। सत्येंद्र जैन पर हवाला ऑपरेटर्स के ज़रिए 16 करोड़ से ज़्यादा की रकम ट्रांसफ़र करने का आरोप था।
सत्येंद्र जैन गिरफ़्तार
- 30 मई 2022, सत्येंद्र जैन गिरफ़्तार
- ED ने सत्येंद्र जैन को गिरफ़्तार किया
- सत्येंद्र जैन से आबकारी नीति पर भी सवाल हुए थे
- हवाला लेनदेन को लेकर हुई थी गिरफ़्तारी
- हवाला ऑपरेटर्स के ज़रिए 16 करोड़ से ज़्यादा का लेनदेन
कैसे कट्टर ईमानदारों पर हुआ ED का प्रहार
आम आदमी पार्टी की कलई खुलने की ये तो शुरूआत थी। क्योंकि अब नंबर नई एक्साइज़ पॉलिसी का था। जिसको लेकर LG की सिफ़ारिश पर CBI ने अगस्त 2022 में केस दर्ज किया। पैसों की हेराफेरी का मामला था, इसलिए मनी लॉन्ड्रिंग की जांच के लिए ED ने भी केस दर्ज कर लिया। जिसका नतीजा ये हुआ कि 9 मार्च 2023 में दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया को गिरफ़्तार किया गया।
मनीष सिसोदिया गिरफ़्तार
- 9 मार्च 2023, मनीष सिसोदिया गिरफ़्तार
- CBI ने अगस्त 2022 में केस दर्ज किया
- पैसों की हेराफेरी का मामला था इसलिए ED ने केस दर्ज किया
- 9 मार्च 2023 को ED ने मनीष सिसोदिया को गिरफ़्तार किया
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सिसोदिया पर आबकारी मंत्री होने के नाते उनके फ़ैसलों से सरकारी ख़ज़ाने को नुकसान पहुंचाने का आरोप था। इसके साथ ही उनपर शराब कारोबारियों को फ़ायदा पहुंचाने का भी आरोप लगा। इसके बाद नंबर आया आम आदमी पार्टी के कद्दावर नेता संजय सिंह का।
कैसे आबकारी कांड बना गले की फांस?
ED की चार्जशीट के मुताबिक आरोपी दिनेश अरोड़ा ने संजय सिंह से मुलाकात की थी। संजय सिंह के कहने पर दिनेश अरोड़ा ने दिल्ली चुनाव के लिए फंड जुटाया था और 32 करोड़ का चेक सिसोदिया को सौपा। इसके बदले संजय सिंह ने दिनेश अरोड़ा का एक मामला सुलझाया, जो आबकारी विभाग में पैंडिंग था।
संजय सिंह गिरफ़्तार
- 4 अक्टूबर 2023, संजय सिंह गिरफ़्तार
- ED की चार्जशीट के मुताबिक़ आरोपी दिनेश अरोड़ा ने संजय सिंह से मुलाक़ात की
- संजय सिंह के कहने पर दिनेश अरोड़ा ने दिल्ली चुनाव के लिए फंड जुटाया
- 32 करोड़ का चेक मनीष सिसोदिया को सौंपा गया
- संजय सिंह ने दिनेश अरोड़ा का आबकारी विभाग में पैंडिंग पड़ा मामला सुलझाया
यही वजह है कि संजय सिंह 4 अक्टूबर 2023 से जेल में हैं। और अब खुद सीएम अरविंद केजरीवाल के लिए भी वही दरवाज़े खुले हैं, जो बाकियों के लिए। अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के बाद उनपर सीएम पद से इस्तीफा देने का दबाव बढ़ गया है। लेकिन BJP का दावा है कि जल्द ही दिल्ली सरकार की पूरी कैबिनेट जेल के अंदर जाएगी।