24 फ़रवरी के बाद से ही पुलिस शूटर गुड्डू मुस्लिम और शाइस्ता के ठिकाने पर दबिश दे रही है। इन दोनों की तलाश में पुलिस और STF को जो सुराग मिल रहे हैं, वो बेहद चौंकाने वाले हैं। गुड्डू मुस्लिम की मोबाइल लोकेशन अब तक करीब 6 राज्यों में मिल चुकी है। ओडिशा से लेकर कर्नाटक और राजस्थान से लेकर छत्तीसगढ़ तक गुड्डू की लोकेशन ट्रेस हो चुकी है। लेकिन ये नहीं पता लगा कि गुड्डू वाकई में कहां छिपा बैठा है।
‘मीट कारोबारी’ शूटर का मददगार?
वहीं अब, गुड्डू मुस्लिम की तलाश में जुटी पुलिस के रडार पर एक मीट कारोबारी है। ये मीट कारोबारी प्रयागराज के करेली का रहने वाला है। इस मीट कारोबारी का प्रयागराज में मीट का बड़ा कारोबार है। छत्तीसगढ़ और ओडिशा में भी इसका मीट कारोबार फैला हुआ है। पता चला है कि इस कारोबारी ने चकिया में मौजूद गुड्डू की मीट शॉप में उससे मिलने गया था दोनों के बीच ये मुलाकात उमेश पाल की हत्या से पहले हुई थी
पुलिस को शक कि ये मीट कारोबारी अपने छत्तीसगढ़ और ओडिशा के कनेक्शन की बदौलत गुड्डू मुस्लिम की मदद कर रहा है। पिछले एक महीने के दौरान गुड्डू मुस्लिम की लोकेशन छत्तीसगढ़ और ओडिशा दोनों ही राज्यों में हो चुकी है। दावा है कि ओडिशा में तो गुड्डू क़रीब 15 दिन रुका था।
काले कोट वाले शाइस्ता के ‘बॉडीगार्ड’?
इन सबके बीच अतीक़ की पत्नी शाइस्ता की लोकेशन भी पुलिस के लिए पहेली बनी हुई है। SIT ने शाइस्ता पर शिकंजा कसने के लिए उन लोगों की लिस्ट तैयार की है, जो फरारी के दौरान शाइस्ता की मदद कर रहे हैं। इस लिस्ट में 7 वकीलों के अलावा 20 दूसरे लोगों के नाम हैं। मददगारों में सुधांशु त्रिपाठी उर्फ बल्ली पंडित, मोहम्मद नफीस और इरशाद उर्फ सोनू के अलावा अरशद, सुल्तान अली, बांदा का जफर अहमद खां, डॉ. शैला, असाद, नूर, मोहम्मद मुस्लिम के अलावा अशरफ का साला सद्दाम और कासिम शामिल हैं। आर्थिक मददगारों में मोहम्मद मुस्लिम, असलम मंत्री और खालिद जफर का नाम शामिल है। खालिद जफर अतीक अहमद की बहन का दामाद है और उसके घर भी ED की छापेमारी हो चुकी है।