बाहुबली और पूर्व सांसद अतीक अहमद और उसके भाई के हत्या के राज खुलते जा रहे हैं। हालांकि, हत्या के तुरंत बाद ही पुलिस ने तीनों शूटर को गिरफ्तार कर लिया था, लेकिन पुलिस अभी भी एक एक पहलू पर बारिक से जांच कर रही है। अब, पुलिस ने उस होटल पर पहुंचकर कार्रवाई की है, जहां तीनों शूटर ठहरे हुए थे। हत्या को तीनो आरीप शूटर लवलेश तिवारी ,अरुण मौर्य और सनी सिंह प्रयागराज रेलवे स्टेशन के नजदीक ही होटल स्टे इन में 13 अप्रैल की रात 8:30 बजे पहुंचे। जिसके बाद उन्होंने होटल के रजिस्टर में एंट्री कराई और होटल स्टे इन के कमरा नंबर 203 में तीनों शूटर एक साथ रुके।
दावा है कि अतीक और अशरफ की हत्या से पहले रेकी करने के लिए आरोपी एक-एक करके जाते थे। जब एक आरोपी रेकी करने जाता था तो, बाकी के दो आरोपी कमरे के अंदर ही रुकते थे। इन लोगों के पास कमरा नंबर 203 के अंदर हथियार भी थे। रेकी करने के लिए आरोपी रिक्शे से ही जाते थे और कभी एक साथ नजर नहीं आते थे, ताकि किसी को उनपर शक ना हो।
15 फरवरी को हत्या वाले दिन भी ये लोग सुबह होटल स्टे इन के कमरा नंबर 203 से निकल गए थे। इनकी प्लानिंग थी कि वह हत्या के बाद अपने बैग लेने वापस आएंगे, लेकिन मौका ए वारदात पर ही यह तीनों शूटर पकड़े गए। होटल मैनेजर के मुताबिक, 16 अप्रैल की सुबह पुलिस होटल स्टे इन पहुंची थी और यहां के डीवीआर और सीसीटीवी कैमरे की फुटेज के साथ ही होटल का रजिस्टर भी अपने साथ ले गई। सीसीटीवी फुटेज के जरिए पुलिस पता लगाने की कोशिश कर रही है कि यह तीनों कातिल कितने कितने बजे निकले जाते थे और क्या किसी ने इनका साथ भी दिया है।
पुलिस ने होटल के कमरा नंबर 203 से दो मोबाइल भी बरामद किए हैं। हालांकि, फोन से कोई सिम कार्ड नहीं मिला है। प्लानिंग के तहत इन तीनों आरोपियों ने मोबाइल के सिम पहले ही फेंक दिए थे। लेकिन पुलिस को कुछ नंबर मिले हैं, जिनके आधार पर पुलिस कॉल डिटेल निकाल कर शूटरों के दूसरे साथियों तक पहुंचने की कोशिश कर रही है।