रूस और यूक्रेन के बीच 24 फरवरी 2022 के बाद से ही भीषण युद्ध जारी है। इस तबाही वाले युद्ध में यूक्रेन बर्बाद हो चुका है। यूक्रेन के कई शहर खंडहर बन चुके हैं। हालांकि, रूस को भी भारी नुकसान उठाना पड़ा है। रूस के भी कई शहरों में हमले होते रहे हैं। यहां तक की राष्ट्रपति पुतिन के ऑफिस क्रेमलिन पर भी हमला हो चुका है। इन सबके बीच रूस ने अपने आर्मी अफसरों के लिए सख्त नियम लागू कर दिया है। जिसके बाद वो अपने पद से इस्तीफा नहीं दे पाएंगे।
नौकरी छोड़ने पर पाबंदी
अमेरिकी अख़बार Newsweek ने इसे लेकर बड़ा दावा किया है। कहा कि पुतिन ने सेना के बड़े अधिकारियों के नौकरी छोड़ने पर पाबंदी लगा दी। मतलब ये कि रूस की सेना में मौजूद अधिकारी अब अपनी मर्जी से नौकरी तक नहीं छोड़ सकते हैं। क्योंकि पश्चिमी मीडिया का दावा है कि यूक्रेन पर हमला करने के बाद रूसी सेना के कई बड़े अधिकारी अपने पद से इस्तीफ़ा देना चाहते थे। हालांकि उस दौरान किसी तरह से सेना के अफ़सरों को मना लिया गया था।
पुतिन को विद्रोह का डर
अख़बार Newsweek का दावा है कि जंग लंबी खिंचने की वजह से रूसी सेना के अधिकारी थक चुके थे। वो युद्ध से बचने के लिए सेना की नौकरी छोड़ना चाहते हैं। इसीलिए पुतिन ने सेना के बड़े अधिकारियों के इस्तीफ़ा देने पर पाबंदी लगा दी। क्योंकि पुतिन को इस बात का डर सताने लगा है कि अगर एक साथ बड़े अधिकारियों ने इस्तीफा दे दिया तो उनकी सेना में विद्रोह हो जाएगा। जिससे पुतिन के सामने यूक्रेन जंग हारने का ख़तरा मंडराने लगेगा।