त्रिपुरा में भाजपा ने एक बार फिर से बाजी मार ली है। पार्टी को विधानसभा चुनाव में बहुमत मिला है। मुख्यमंत्री माणिक साह फिर से त्रिपुरा के मुख्यमंत्री बनने जा रहे हैं। भाजपा को 60 सीटों में से 32 सीटों पर जीत मिली है। इस तरह से एक बार फिर से पार्टी अकेले दम पर सरकार बनाने जा रही है। हालांकि पिछले विधानसभा चुनाव के अपेक्षा इस बार भाजपा को नुकसान हुआ है। 2018 में भाजपा ने 35 सीटों पर विजय पाई थी। लेकिन इस बार भाजपा 32 सीट पर सिमट गई। वहीं, भाजपा की सहयोगी IPFT पिछली बार की 7 सीटों की अपेक्षा एक सीट ही जीत पाई। इस तरह से भाजपा गठबंधन पिछले बार जहां 44 सीट जीती थी, वहीं इस बार सिर्फ 33 सीट ही जीत पाई।
कांग्रेस-लेफ्ट गठबंधन को झटका
दूसरी तरफ़ कांग्रेस और लेफ्ट पार्टी ने चुनाव से पहले गठबंधन किया था। लेकिन दोनों पार्टी मिलकर 14 सीट ही जीत पाई। इस बार राज्य में वाम मोर्चा 43 सीट पर चुनाव लड़कर 11 सीट पर विजय पाई। वहीं, कांग्रेस के 13 प्रत्याशी में से 3 ही जीत पाए। वहीं, पहली बार चुनाव में उतरी टिपरा मोथा पार्टी ने सभी 60 सीटों पर चुनाव लड़कर 13 सीटों पर जीत दर्ज की।
सीटों का गणित- कुल सीट (60)
भाजपा (BJP)- 32
IPFT- 1
CPI(M)- 11
कांग्रेस- 3
टिपरा मोथा पार्टी (TIPRA)- 13