AMARNATH YATRA: अमरनाथ यात्रा से पहले आतंकी बड़े हमले की साज़िश रच रहे हैं। लेकिन ख़ुफ़िया एजेंसियों की मुस्तैदी की वजह से उनके इस नापाक प्लैन का पर्दाफ़ाश हो गया। अमरनाथ यात्रा शुरू होने से पहले जम्मू कश्मीर में आतंक को जिंदा करने का आतंकियों का हर एक नापाक प्लैन डिकोड हो चुका है।
AMARNATH YATRA: आतंक को जिंदा करने की साजिश
पाकिस्तान में बैठे आतंकवादी अमरनाथ यात्रा को निशाना बनाने की साज़िश रच रहे हैं। अमरनाथ यात्रा (AMARNATH YATRA) पर हमले का नापाक प्लान तैयार किया जा रहा है। लेकिन अब सीमा पार बैठे आतंकियों की नापाक साज़िश का पर्दाफ़ाश हो चुका है। ख़ुफ़िया एजेंसियों की मुस्तैदी की वजह से जम्मू रीज़न में आतंक को ज़िंदा करने का पूरा प्लैन अब डिकोड हो चुका है। ख़ुफ़िया एजेंसियों की रिपोर्ट के मुताबिक़ रफ़ीक़ नाई और मोहम्मद अमीन बट उर्फ़ ख़ुबैब को अमरनाथ यात्रा पर हमले की ज़िम्मेदारी सौंपी गई थी। ये दोनों आतंकवादी अपने गैंग को POK से ऑपरेट कर रहे हैं।
मोहम्मद अमीन बट उर्फ़ ख़ुबैब के घर का विडियो भी सामने आया है। मोहम्मद अमीन बट का घर जम्मू कश्मीर के डोडा जिले में है। इसी घर में मोहम्मद अमीन बट का परिवार रहता है। पुलिस को शक है कि घरवाले भी उसके संपर्क में हो सकते हैं। यही वजह है कि पुलिस लगातार उसके घर पर नज़र बनाए हुए हैं। हर आने जाने वालों पर पैनी नज़र रखी जा रही है।
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दो स्थानीय आतंकी को जिम्मेदारी
ख़बर ये भी है कि रफ़ीक नाई और मोहम्मद अमीन बट सोशल मीडिया पर ऐक्टिव हैं। ये दोनों सोशल मीडिया के जरिए डोडा और पुंछ के युवाओं के संपर्क में हैं। ये दोनों युवाओं का ब्रेन वॉश कर उन्हें आतंकवादी बनाने की कोशिश में जुटे हैं। ये दोनों आतंकवादी लोकल हैं। लिहाज़ा उन्हें घुसपैठ के रूट की भी पूरी जानकारी है। ये उन रास्तों को भी अच्छे से जानते हैं जिनका इस्तेमाल आतंकवादी करते हैं। लिहाज़ा LOC और अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर चौकसी बरती जा रही है। इसके लिए सीमा पर तीन ऑपरेशन शुरू किए गए हैं।
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कौन से ऑपरेशन शुरू हुए?
- ऑपरेशन चक्रव्यूह
- ऑपरेशन काल
- ऑपरेशन अलर्ट
ये तीनों ऑपरेशन आतंक और आतंकियों के ख़ात्मे के लिए शुरू किए गए हैं। लिहाज़ा ये साफ़ है कि अलर्ट मिलने के बाद से सुरक्षा एजेंसियां पूरी तरह से अलर्ट मोड पर हैं। अमरनाथ यात्रा (AMARNATH YATRA) शुरू होने से पहले इस इलाक़े के शहर और गांव का चप्पा चप्पा सुरक्षाबलों की निगरानी में है।