ईरान-तालिबान झगड़े के पीछे पाकिस्तान, तालिबानी लड़ाके ने खोली पूरी पोल, ISI का पैंतार नहीं आया काम

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अफगानिस्तान ईरान मामले में खलनायक के तौर पर पाकिस्तान का नाम सामने आया है। ईरान मिलिशिया द्वारा पकड़े गए एक तालिबानी का वीडियो जारी किया गया है। जिसमें तालिबानी सीधे तौर पर बता रहा है पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई ने अफगानिस्तान को ईरान से दुश्मनी करने को कहा है। ऐसा न करने पर अफगानिस्तान में ड्रोन हमले करने को कहा है। ईरानी लिबरेशन फ्रंट ने इस मामले में पाकिस्तान से बदला लेने की धमकी दी है। वहीं, ईरानी पुलिस प्रमुख ने बताया है कि अब तक कुल 9000 अफगानी नागरिकों को अवैध रूप से रहने के आरोप में ईरान से वापस अफगानिस्तान भेज दिया गया है।

अफगानिस्तान ईरान सीमा पर हुए जबरदस्त झड़प के बाद मामला अभी शांत नहीं हुआ है। जहां एक तरफ ईरान ने अफगानिस्तान से लगी सीमा पर अपनी स्पेशल फोर्स तैनात कर दी है। वहीं ईरानी मिलिशिया द्वारा इस दौरान एक पकड़े गए तालिबानी का वीडियो जारी किया गया है। यह तालिबानी इस वीडियो में बता रहा है कि अफगानिस्तान सीधे तौर पर ईरान से दुश्मनी करना नहीं चाहता। क्योंकि उसके पास इतने संसाधन नहीं हैं कि वह सीधे जंग में लड़ कर जीत सके। लेकिन उसने इसके पीछे पाकिस्तान को जिम्मेदार बताया है।

वीडियो में तालिबानी द्वारा बताया जा रहा है कि पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई ने तालिबान से कहा है कि वह ईरान से हर कीमत पर दुश्मनी मोल ले और उन्हें परेशान करता रहे। तालिबानी लड़ाके का आरोप है कि यदि अफ़गानिस्तान तालिबान ऐसा नहीं करेगा तो पाकिस्तान अफगानिस्तान में ड्रोन के जरिए हमले करवाता रहेगा। दिलचस्प यह है कि तालिबान ने इस वीडियो का कोई खंडन जारी नहीं किया है। बदले में केवल यह कहा है कि उसने भी ईरान के कुछ लड़ाकों को पकड़ा हुआ है जिनमें एक टॉप कमांडर भी शामिल है।

अफगानिस्तान के इस लड़ाके के खुलासे के बाद ईरानी मिलिशिया समूह, जिसे ईरान लिबरेशन फ्रंट के रूप में भी जाना जाता है, ने पाकिस्तान पर अपने प्रभाव क्षेत्र में दखल देने का आरोप लगाया है। और कहा कि उसकी इस साजिश के बदले बड़ा जवाब दिया जाएगा। ईरान लिबरेशन फ्रंट के नेताओं ने कहा है कि ईरान अफगानिस्तान को आईएसआई के चंगुल से मुक्त करेगा लेकिन इसके लिए तालिबान को अपने तौर-तरीके सुधारने होंगे।

उधर ईरान के रजावी खोरासन प्रोविंस के पुलिस प्रमुख ने अधिकारिक तौर पर बताया है कि ईरानी अधिकारियों ने वहां अवैध रूप से रह रहे 9000 अफगान नागरिकों को पिछले 1 सप्ताह के दौरान वापस अफगानिस्तान भेजा है। ईरान के पुलिस प्रमुख का मानना है कि अफगान नागरिकों के खिलाफ यह कार्रवाई लगातार जारी रहेगी। 2 दिन पहले हुई इस हिंसक झड़प के बाद ईरान के सैन्य प्रमुख ने झड़प वाले इलाके का दौरा भी किया था। जिसके बाद ईरान ने अफगानिस्तान से सटी सीमा पर अपनी विशेष सैन्य टुकड़ी तैनात कर दी है। दोनों देशों के बीच अभी भी तनाव जारी है। लेकिन पाकिस्तान का नाम आने के बाद इस मामले का खामियाजा पाकिस्तान को भुगतना पड़ सकता है।

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