Atiq Ahmad Murder: अपने गढ़ में ही छिपी है अतीक की पत्नी, शाइस्ता के साथ अतीक़ की बहन और क़रीबी शूटर का मिला लोकेशन 

Umesh Pal Murder: उमेश पाल हत्याकांड मामले में पुलिस की दबिश जारी है। जहां पांच आरोपी पुलिस एनकाउंटर में मारे गए हैं। वहीं, अतीक़ अहमद और उसके भाई अशरफ़ की हत्य हो चुकी है। लकिन इसके बाद भी अतीक़ की पत्नी शाइस्ता और बहन आयशा नूरी फ़रार हैं।

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यूपी STF ने अब अपना पूरा ज़ोर अतीक़ अहमद (atiq ahmad) और अशरफ़ की बहन आयशा नूरी को पकड़ने में लगा दिया है। क्योंकि सूत्रों के मुताबिक़ आयशा नूरी ही यूपी STF को अतीक़ की पत्नी शाइस्ता तक पहुँचा सकती है। अतीक़ की बहन आयशा नूरी भी उमेश पाल हत्याकांड (umesh pal murder) में आरोपी है। और वो भी फ़रार चल रही है। 

शाइस्ता के साथ छिपी है अतीक़ की बहन! 

पुलिस सूत्रों के मुताबिक़ शाइस्ता (shaista) भी आयशा नूरी के साथ ही मौजूद है। और दोनों के प्रयागराज (prayagraj) के कछार में छिपे होने की ख़बर है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक़ उन दोनों के साथ उमेश पाल हत्याकांड में शामिल शूटर साबिर भी है। जो शाइस्ता का ड्राइवर हुआ करता था। 

डर पैदा करने के लिए उमेश पाल की हत्या

उमेश हत्याकांड में तीन शूटर गुड्डू मुस्लिम, साबिर और अरमान अब भी फ़रार हैं। जिनकी गिरफ़्तारी के लिए यूपी STF लगातार छापेमारी कर रही है। पुलिस ने दावा किया कि अतीक़ गैंग ने गवाहों के बीच डर पैदा करने के लिए ही उमेश हत्यापाल हत्याकांड को अंजाम दिया। क्योंकि अगर लोग इस गैंग के अपराधों के ख़िलाफ कोर्ट में गवाही देने के लिए सामने आने लगते तो इनकी मुश्किलें बढ़ जाती ।

सरेंडर नहीं करने की तैयारी

यही वजह है कि अतीक़ गैंग यूपी STF के लिए बड़ी चुनौती बन गया था, जिसे निष्क्रिय करने का प्लैन बनाया गया। एनकाउंटर में ढेर हुए अतीक़ के बेटे असद (asad ahmad) के पास भी सरेंडर करने का मौका था लेकिन उसने नहीं किया। और कुछ इसी तरह की अपील यूपी STF गुड्डू मुस्लिम से भी कर रही है, लेकिन अभी तक वो फ़रार है और सरेंडर करने के लिए तैयार नहीं दिख रहा है। 

बमबाज़ गुड्डू बदल रहा लोकेशन

पुलिस ने दावा किया कि वो एक से दो बार STF के रडार पर आ गया लेकिन बचने में कामयाब हो गया। क्योंकि उमेश पाल हत्याकांड में आरोपी गुड्डू मुस्लिम (guddu muslim) एक पेशेवर अपराधी है जो अकेले भी कई बड़ी वारदात को अंजाम दे चुका है।  जिसके बारे में बम बनाने और चलाने में महारत का दावा किया जाता है। 

गुड्डू मुस्लिम का बचना नामुमकिन

दावा है कि गुड्डू मुस्लिम कई मामलों में जेल भी जा चुका है, लेकिन अतीक़ ने उसे जमानत पर रिहा करवा लिया था। और फिर बाद में गुड्डू मुस्लिम अतीक़ गैंग के लिए काम करने लगा।

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