ग्रीस की राजधानी एथेंस से लेकर लारिसा समेत कई शहरों में लोग सड़क पर उतर आए हैं। बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारी विरोध जताते हुए ग्रीस की संसद के बाहर इकट्ठे हो गए। प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए पुलिस के जवान मौके पर तैनात थे, जिनपर गुस्साए छात्रों ने पेट्रोल बम से हमला कर दिया। पेट्रोल बम से हमले के बाद पुलिसकर्मियों ने भी जवाबी कार्रवाई की और उन्हें खदेड़ने के लिए आंसू गैस के गोले दागे। जिसके बाद राजधानी एथेंस में हिंसा और भड़क गई।
ऐथेंस के साथ ही कई दूसरे शहरों में भी लोगों ने हंगामा किया। कुछ छात्रों ने प्रदर्शन के दौरान एक इमारत के बाहर पेट्रोल बम फेंका। जिसके बाद सुरक्षा बल और छात्रों के बीच झड़प शुरू हो गई। ऐथेंस के अलावा थेसालोनिकी शहर में भी सरकार के खिलाफ लोगों का गुस्सा देखने को मिला। यहां ह़ज़ारों की संख्या में लोगों ने मार्च किया और हाथों में बैनर पोस्टर लेकर जमकर नारेबाजी की।
बता दें कि 28 फरवरी को ग्रीस के लारिसा शहर में एक पैसेंजर ट्रेन और मालगाड़ी के बीच भीषण टक्कर हो गई थी। 350 लोगों को लेकर ये ट्रेन ऐथेंस से थेसालोनिकी शहर के लिए रवाना हुई थी, वहीं दूसरी तरफ एक मालगाड़ी थेसालोनिकी से लारिसा की तरफ आ रही थी। इन दोनों ट्रेनों की लारिसा शहर से पहले ही टक्कर हो गई और ये टक्कर इतनी तेज़ थी कि ट्रेन के डिब्बे ट्रैक के आसपास बिखर गए। ट्रेन हादसे की जानकारी मिलने के बाद मौके पर रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया। मौके पर राहत और बचाव के लिए पहुंची टीम ने घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया। अबतक इस हादसे की वजह से कई लोगों की जान जा चुकी है। ग्रीस के प्रधानमंत्री ने दर्दनाक हादसे पर दुख जताया था और इसकी जांच के आदेश दिए थे।
दावा किया गया कि हादसे का शिकार हुई इस ट्रेन में ज्यादातर छात्र सवार थे। कई यूनिवर्सिटी के छात्र ऐथेंस से थेसालोनिकी शहर जा रहे थे। यही वजह है कि ग्रीस के छात्रों ने अब सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। वहीं, इस हादसे के बाद अबतक की जांच में ये बताया जा रहा है कि रेलवे लाइन में सिग्नल की खराबी की वजह से दो ट्रेनों के बीच टक्कर हो गई। लेकिन तकनीकि खराबी और रेल लाइन में मेटनेंस न होने की बात से लोग हैरान हैं और देशभर में लोग सरकार की लापरवाही के खिलाफ अपनी आवाज उठा रहे हैं।