रूस के पूर्व राष्ट्रपति और पुतिन के क़रीबी दिमित्री मेदवेदेव रूस के राष्ट्रपति भवन पर हुए हमले के बाद यूक्रेन पर आग बबूला हो गए हैं। उन्होंने कहा कि यूक्रेन ने सारी हदें पार कर दी है। अब समय आ गया है कि ज़ेलेंस्की को ख़त्म करना ही पड़ेगा। इसके साथ ही यूक्रेन को धमकी देते हुए उन्होंने कहा कि इस हमले के बाद ज़ेलेंस्की और उनके लोगों के पास मौत के अलावा अब कोई विकल्प नहीं बचा है। अब उन्हें बिना शर्त सरेंडर करने की भी जरूरत नहीं है। इसके साथ ही दिमित्री मेदवेदेव ने इस दौरान हिटलर की भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि हिटलर ने भी इस तरह के किसी सरेंडर के दस्तावेज़ पर दस्तख्त नहीं किए थे और उसका हश्र पूरी दुनिया ने देखा।
रूस के डिप्टी सुरक्षा प्रमुख दिमीत्री मेदवेदेव ने ये धमकी अपने टेलीग्राम चैनल के जरिए दी है। इससे पहले भी वो कई बार ज़ेलेंस्की को परमाणु हमले की धमकी दे चुके हैं। वो अमेरिका सहित NATO देशों को भी तबाह करने की धमकी देते रहे हैं। पहले भी जब यूक्रेन को NATO देशों से हथियार मिलीं थी, तो उन्होंने कहा था कि यूक्रेन को विदेशी हथियार की मदद से परमाणु युद्ध का खतरा बढ़ता जा रहा है।
दिमीत्री मेदवेदेव ने अमेरिका और उसके सहयोगी देशों पर रूस को तोड़ने की साजिश रचने का आरोप लगया था। यहां तक कि इंटरनेशनल क्रिमिनल कोर्ट ने यूक्रेन में वॉर क्राइम के आरोप में जब पुतिन के खिलाफ गिरफ्तारी का वारंट जारी किया था,तो दिमीत्री मेदवेदेव ने इंटरनेशनल क्रिमिनल कोर्ट को मिसाइल अटैक की धमकी दी थी।
दिमीत्री मेदवेदेव की बातों की अहमियत भी इसलिए है कि वो पुतिन के क़रीबी होने के साथ साथ रूस के प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति भी रह चुके हैं। अभी वो रूस के डिप्टी सुरक्षा प्रमुख के पद पर है। इसका मतलब ये है कि दिमीत्री मेदवेदेव एक ऐसे पद पर हैं जिनके ऊपर क्रेमलिन की सुरक्षा के साथ ही पूरे रूस की सुरक्षा की भी जिम्मेदारी है। लेकिन अब क्रेमलिन पर ड्रोन हमले के बाद जिस तरह से दिमीत्री मेदवेदेव ने ज़ेलेंस्की को मारने की बात कही है। उससे आशंका जताई जा रही है कि पुतिन जल्द ही यूक्रेन के खिलाफ कोई बड़ा कदम उठा सकते हैं। या यों कहें कि तीसरे विश्वयुद्ध की शुरूआत होने वाली है