जालंधर लोकसभा उपचुनाव के लिए वोटिंग हो रही है। 9 विधानसभा क्षेत्रों वाली इस लोकसभा सीट पर 1972 पोलिंग स्टेशनों पर वोटिंग हो रही है। जहां लोकसभा के 16 लाख 21 हजार वोटर नए सांसद का चुनाव कर रहे हैं।
2019 में जालंधर से कांग्रेस के नेता संतोख सिंह चौधरी सांसद चुने गए थे। जिनकी निधन राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के दौरान इसी साल जनवरी में हार्ट अटैक से गया था। जिसकी वजह से जालंधर में उपचुनाव के लिए वोटिंग हो रही है। कांग्रेस के आगे इस उपचुनाव में अपना गढ़ बचाने की चुनौती है। हालांकि इस सीट से पिछले 4 बार से लगातार कांग्रेस जीत रही है। संतोख सिंह चौधरी भी लगातार 2 बार इसी सीट से सांसद चुने गए। उनके निधन के बाद कांग्रेस ने उनकी पत्नी कर्मजीत कौर को उपचुनाव में टिकट दी है।
राज्य सरकार में काबिज आम आदमी पार्टी (AAP) के आगे भी चुनौती है। राज्य में सरकार बनने के बाद आप पार्टी संगरूर लोकसभा सीट पर उपचुनाव हार चुकी है।इस सीट पर सीएम भगवंत मान दो बार लगातार चुनाव जीत चुके थे। इसके बाद भी आम आदमी पार्टी ये सीट हार गई थी। जिसेक बाद अब जालंधर सीट पर उपचुनाव के लिए पार्टी ने कांग्रेस के पूर्व MLA सुशील रिंकू को टिकट दी है।
बीजेपी ने भी अकाली दल के पूर्व MLA इंदर इकबाल अटवाल को उम्मीदवार बनाया है। वहीं, अकाली दल के आगे अस्तित्व बचाने की चुनौती है। वह पंजाब में लगातार 2 विधानसभा चुनाव हार चुकी है। हालांकि, अकाली दल को उपचुनाव में बसपा का साथ मिला हुआ है।