गेमिंग ऐप से धर्मांतरण के मामले में रोज़ाना नया पर्दाफ़ाश हो रहा है। ख़बरों के मुताबिक आरोपी शाहनवाज़ गेम जीतने के लिए नाबालिगों पर आयतें पढ़ने का दबाव बनाता था। और शाहनवाज़ दिन भर घर में ऑनलाइन रहकर धर्मांतरण के इस पूरे नेटवर्क को चलाता था। फिलहाल इस केस से जुड़े हर पहलू की जांच गंभीरता से की जा रही है।
जैसे जैसे जांच आगे बढ़ रही है। गेमिंग ऐप से धर्मांतरण के रैकेट के तार खुलते जा रहे हैं। इस मामले में आरोपी शाहनवाज़ उर्फ़ बद्दो को लेकर भी कई चौंकाने वाली बातें सामने आई है। अब तक क जांच में पता चला है कि शाहनवाज़ उर्फ़ बद्दो गेम खेलने में एक्सपर्ट था। यही वजह है कि उसके साथ गेमिंग ऐप में जुड़े लोग गेम खेलना चाहते थे। और इसी का फयदा उठाकर उसने धर्मांतरण के इस रैकेट को खड़ा किया। उसके गेमिंग ऐप में सदस्यों की संख्या बढ़ती गई। और फिर वो गेम जीतने के लिए बच्चों पर क़ुरआन की आयतें पढ़ने का दबाव बनाने लगा।
अब तक की जांच में सामने आया है कि शाहनवाज़ नाबालिग़ प्लेयर्स को जीत का मंत्र देता था। शाहनवाज़ बच्चों से कहता था कि आयतें पढ़ने से गेम में जीत मिलती है। फिर वो सामने वाले प्लेयर को ऐप के जरिए क़ुरआन की आयतें भेजता था। और पूरे प्लैन के तहत वो ख़ुद जानबूझकर गेम हार जाता था। शाहनवाज़ कोरोना काल से ही गेम खेलता था। धीरे धीरे वो इसमें एक्सपर्ट बन गया था। इसके बाद कहता था कि क़ुरआन की आयतें पढ़ने से ही वो एक अच्छा गेमर बन पाया है। अब तक की जांच में ये भी सामने आया है कि शाहनवाज़ पूरे समय घर में ऑनलाइन रहता था। वो घर से बाहर भी नहीं निकलता था। फिलहाल पुलिस की जांच जारी है। पुलिस इस मामले में एक एक सबूत को इकट्ठा कर रही है। और उसी के आधार पर आगे की कार्रवाई होगी।
एक तरफ ग़ाज़ियाबाद से लेकर मुंबई तक इस केस की जांच जारी है। वहीं, शाहनवाज़ उर्फ़ बद्दो और अब्दुल रहमान की वॉट्सऐप चैट भी सामने आई है। जिसमें वो नाबालिग़ों को फंसाने के लिए इस्लाम की दुहाई दे रहा है। इस मामले में ग़ाज़ियाबाद पुलिस और मुंबई पुलिस की जांच चल रही है। शाहनवाज़ 31 मई की रात मुंब्रा से फ़रार गया था। उसने अपने परिवार को सोलापुर शिफ़्ट कर दिया था।