गेमिंग ऐप से धर्मांतरण मामले में पुलिस तह तक जाने की कोशिश में हैं। इस पूरे नेटवर्क से जो भी जुड़ा है हर एक आरोपी को सामने लाने का दावा कर रही है। पुलिस सूत्रों के हवाले से खबर है कि शाहनवाज़ उर्फ बद्दो और नाबालिग के बीच बीते पांच महीने में 50 बार से ज़्यादा बार बातचीत हुई। आरोपी ने घंटो तक नाबालिग को धर्म विशेष से जुड़ी जानकारी दी।
ग़ाज़ियाबाद धर्मांतरण का जाल कोई आज और कल की नहीं है। इस जाल को बुनने के लिए काफी वक्त से साज़िश रची जा रही थी। उसके द्वारा उन नाबालिग बच्चों का सेलेक्शन किया जा रहा था। जिन्हें आसानी से शिकार बनाया जा सके।
आरोपी का प्लान
-ऑनलाइन गेम का जाल बिछाना
-गेम में जीत का लालच देना
-धर्म विशेष की ख़ूबियां बताना
-रीति रिवाज़ की जानकारी देना
-और फिर धर्म परिवर्तन कराना
आरोपी और नाबालिग़ के बीच हुए 73 कॉल
इसे पूरे मकसद को कामयाब करने के लिए नाबालिगों से घंटो तक बात की जाती थी। उन्हें धर्म के जाल में फंसाया जाता था। उन्हें एक धर्म की सारी जानकारी आसानी से दी जाती थी। पुलिस आरोपी शाहनवाज उर्फ बद्दो के फोन की CDR की जांच कर रही है। उसके बाद पुलिस ने कई बड़े खुलासे किए। पुलिस सूत्रों के मुताबिक इसी साल जनवरी से लेकर मई तक बद्दो और गाज़ियाबाद के रहने वाले नाबालिग़ के बीच 73 बार फोन पर बातचीत हुई है। जिनमें काफी लंबे समय तक दोनों के बीच धर्म से जुड़ी बातें होने का दावा किया जा है। पुलिस के मुताबिक आरोपी शाहनवाज़ उर्फ बद्दो घंटो तक बात करता था। जिसमें गेम की बात कम और धर्म की जानकारी ज़्यादा दी जाती थी।
काफ़ी देर तक बातचीत होने का दावा
पुलिस को शक है कि बद्दो ने धर्मातरण करने के लिए सबसे पहले ब्रेन वॉश करने का हथकंडा अपनाया होगा। इसीलिए वो फोन कॉल्स के जरिए दिनभर नाबालिग से बातें करता था। पुलिस ये भी पता लगा रही है कि नाबालिग से फोन कॉल्स के वक्त क्या दूसरे नाबालिग को भी कॉन्फ्रेंस कॉल के जरिए जोड़ा जाता था या नहीं। क्योंकि इतनी लंबी बातचीत में कई लोगों के शामिल होने का पुलिस को शक है। बद्दो के घर से लेकर उसके अकाउंट तक हर कहीं पैनी नज़र रखी जा रही है।
आरोपी बद्दो के कई बैंकों में खाते
ग़ाज़ियाबाद पुलिस ने शाहनवाज़ उर्फ बद्दो के खाते को भी अब सीज़ कर दिया है। अब तक की मिली जानकारी में शाहनवाज़ के इस खाते में 19 हज़ार रुपए होने की बात कही जा रही है। पुलिस को शक है कि शाहनवाज़ उर्फ बद्दो का इस खाते के अलावा भी कोई दूसरा खाता हो सकता है। ऐसे में फोन कॉल्स, ट्रांजेक्शन आईडी, मोबाइल मैसेज और हर उस चीज़ की जांच की जा रही है। जिससे इस पूरे गेम प्लान का पर्दाफ़ाश किया जा सके।