Pakistan: पाकिस्तानी फ़ौज ने बनाया इमरान की ‘तबाही’ का प्लान, इमरान ख़ान के सामने नहीं बचा कोई विकल्प

Imran Khan: पाकिस्तान में इमरान ख़ान और शहबाज़ सरकार के बीच तनातनी चरम पर है। इस बीच हिंसा को लेकर सेना भी इमरान ख़ान के ख़िलाफ़ हो चुकी है। हालात ऐसे हैं कि अब सेना इमरान समर्थकों के ख़िलाफ़ ऐक्शन की तैयारी में है। ख़बर है कि हिंसा के आरोपियों के ख़िलाफ़ आर्मी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज करने का ऐलान किया गया है। इस फ़ैसले से इमरान समर्थकों में हड़कम्प मचा है, तो खुद इमरान के पास भी कोई रास्ता नहीं सूझ रहा है।

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पाकिस्तान में इस समय इतना उथल पुथल चल रहा है। जिसे ना तो सरकार संभाल पा रही है और ना ही सेना। क्योंकि वहाँ के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान ख़ान ने एक बड़ा मोर्चा खोल दिया है। इमरान ख़ान की पार्टी पीटीआई के कार्यकर्ता ग़ुस्से में हैं। उसका एक ट्रेलर इमरान की गिरफ़्तारी के बाद दिख गया था। जब भड़के इमरान समर्थकों ने इस्लामाबाद में जंग छेड़ दी थी। चारो तरफ़ तबाही का मंजर दिखने लगा था। हिंसा इस कदर भड़की थी कि आर्मी के कुछ ठिकानों को भी जला दिया गया था।

इस घटना के बाद पाकिस्तान की सेना पर सवाल उठे। क्योंकि पाकिस्तानी सेना इमरान समर्थकों के सामने सरेंडर दिखी। इस हिंसा को पाकिस्तान के आर्मी चीफ़ ने ब्लैक डे कहा था। फिर उसके बाद शुरू हो गया ऐक्शन। इमरान ख़ान की पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं के ख़िलाफ़ चुन चुनकर कार्रवाई शुरू हो गई। जिसके बाद इमरान ख़ान पाकिस्तान में पूरी तरह से घिर चुके हैं। पाकिस्तान की सेना ने उनको लास्ट अल्टिमेटम दे दिया है। जिसके बाद इमरान के सामने सिर्फ़ तीन विकल्प बचते हैं। इमरान आर्मी ऐक्ट का सामना करें। राजनीति छोड़ दें या फिर देश छोड़कर लंदन भाग जाएं।

पाकिस्तान में इमरान ख़ान पर चौतरफ़ा वार हो रहा है। इसमें सबसे ज़्यादा हमला आर्मी की तरफ़ से किया जा रहा है। पाकिस्तान में इस वक़्त इमरान के ख़िलाफ मोर्चेबंदी में शहबाज सरकार, 11 पार्टियों के गठबंधन PDM यानी पाकिस्तान डेमोक्रेटिक मूवमेंट के सभी नेता और वहाँ की सेना जुटी है। इसमें सबसे ज़्यादा पाकिस्तानी सेना के चीफ़ आसिम मुनीर इमरान के पीछे पड़े हैं। क्योंकि हिंसा के दौरान सेना के दफ़्तरों और लोगों को निशाना बनाया गया था। जिसे पाकिस्तानी सेना बर्दाश्त नहीं करेगी। इस बीच पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ़ ने बयान दिया कि सेना के ठिकानों और लोगों पर हमला करने वालों पर आर्मी ऐक्ट के तहत ट्रायल होगा। यानि कि हिंसा करने वालों को वहाँ के सबसे सख़्त क़ानून का सामना करना होगा। इन सभी पर सैन्य अदालतों में मुकदमा चलाया जाएगा।

पाकिस्तान में रक्षा मंत्री के इस फ़ैसले से हड़कम्प मच गया। क्योंकि विशेषज्ञों के मुताबिक एक नागरिक पर मार्शल लॉ या सैन्य अदालतों के तहत मुकदमा कैसे चलाया जा सकता है? अब हालात ऐसे हो चुके हैं कि इमरान के साथ देने वाले लोग भी उनका साथ छोड़ते दिखाई देने लगे। उनकी पार्टी के नेताओं के इस्तीफ़े होने लगे।क्योंकि आर्मी ऐक्ट के तहत केस दर्ज होने का मतलब है फाँसी या फिर आजीवन जेल। वहीं सेना से जुड़े जो लोग इमरान के साथ खड़े थे। वो अब पीछे हटते दिखाई दे रहे हैं।क्योंकि कोई भी पाकिस्तानी सेना का अफ़सर आर्मी चीफ़ का विरोध नहीं करना चाहता

सुप्रीम कोर्ट पर भी इमरान को बचाने के आरोप लग रहे हैं। ऐसे में अगर उनके ऊपर आर्मी ऐक्ट के तहत केस दर्ज हो गया तो मामला सेना के हाथ चला जाएगा। इसके बाद इमरान को सज़ा मिलनी लगभग तय हो जाएगी। पाकिस्तान में हिंसा भड़काने के मामले में आर्मी ऐक्ट के तहत इमरान ख़ान को सज़ा-ए-मौत या फिर आजीवन कारावास की सज़ा सुनाई जा सकती है। पाकिस्तान में इस समय इमरान ख़ान के ख़िलाफ़ 120 से ज़्यादा केस दर्ज हैं। जिनमें देशद्रोह, ईशनिंदा, हिंसा और आतंकवाद को बढ़ावा देने वाले केस शामिल हैं। ऐसे में इन मामलों में इमरान को गिरफ़्तार करके लंबे समय तक जेल में रखा जा सकता है। और उन्हें अयोग्य ठहराया जा सकता है। जाहिर है अयोग्य होने पर इमरान ख़ान चुनाव नहीं लड़ पाएंगे। इसके साथ ही आर्मी और शाहबाज सरकार इमरान खान की पार्टी PTI पर बैन लगवाने की तैयारी भी कर रही है। वहीं कहा ये जा रहा है कि इमरान को ये भी ऑफ़र है कि वो राजनीति को छोड़कर चुपचाप लंदन चले जाएं।

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