पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री और वहां की सबसे बड़ी पार्टी के नेता इमरान ख़ान हैं। उनकी गिरफ्तारी के बाद तीन दिन तक पाकिस्तान के कई शहर जलते रहे। हालात ऐसे हो गए कि एक तरफ इमरान समर्थक शहर दर शहर बवाल मचा रहे थे। दूसरी तरफ सेना इमरान के क़रीबियों को गिरफ़्तार कर रही थी। दावा है कि इमरान ख़ान के घर पर भी सेना ने तोड़फोड़ की।
न्यायपालिका के साथ खड़ा रहना होगा
इसी बीच इमरान खान ने पाकिस्तान की जनता को संबोधित किया। इस दौरान इमरान खान शहबाज़ सरकार पर जमकर बरसे। उन्होंने आरोप लगाया कि हाई कोर्ट से बेल मिलने के बाद भी मुझे गिरफ्तार करने की कोशिश की गई। आज पाकिस्तान में न्यायपालिका ही लोकतंत्र को बचा रही है। पूरे देश को संविधान और कानून की सर्वोच्चता के लिए स्वतंत्र न्यायपालिका के साथ खड़ा होना होगा। जिस मुल्क के अंदर इंसाफ़ नहीं होता, वहीं आज़ादी नहीं होती है।
बीवी के साथ अभद्रता का आरोप
इसके साथ ही इमरान खान ने सेना पर उनकी पत्नी के साथ गलत गलत व्यवहार करने का भी आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि उनके घर पर गैर कानूनी तरीके से हमला किया गया। घर का दरवाजा तोड़कर सेना अंदर घुसी। जो चीज़ मिली चोरी की, लोगों को मारा, जो मिला तोड़ा, उस वक़्त बुशरा बेगम घर पर अकेली थी।
निष्पक्ष जांच की मांग की
इमरान ने सरकार पर 145 से ज़्यादा उन पर फर्ज़ी केस लगाने का आरोप लगाया है। इमरान ने पूरे मामले की निष्पक्ष जांच कराने की मांग की। उन्होंने कहा कि सरकारी इमारतों को जलाने के मामले की जांच हो। जिन लोगों को भी गोली मारी गई, चीफ जस्टिस इसकी जाँच कराएं। हमारे 3500 से ज़्यादा नेताओं को जेल में डाल दिया गया। हमारी पार्टी के कार्यकर्ताओं को अभी भी गिरफ्तार किया जा रहा है।
फिर जा सकते हैं जेल
इन सबके बीच भले ही इमरान ख़ान जेल से रिहा हो गए हों। लेकिन वहां के हालात सही नज़र नहीं आ रहे हैं। एक तरफ सरकार उन्हें भी किसी दूसरे मामले में जेल भेजने की कोशिश में जुटी है। वहीं, दावा है कि पकिस्तान मं कभी भी मार्शल लॉ लगाया जा सकता है।