रूस और यूक्रेन के बीच भीषण युद्ध जारी है। इसी बीच यूक्रेन युद्ध के साथ साथ एक बहुत ही बड़े यु्द्ध का प्लैन तैयार हो रहा है। ये प्लैन चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अमेरिका के ख़िलाफ तैयार किया है। दावा किया जा रहा है कि दुनिया में परमाणु बमों का ख़तरनाक खेल शुरू होने वाला है, जिसमें सबसे आग चीन रहेगा।
NATO को चीन और रूस से ख़तरा
पिछले एक साल (24 फरवरी 2022) से रूस और यूक्रेन के बीच तबाही वाला युद्ध चल रहा है। लेकिन अब एशिया के साथ साथ यूरोप पर परमाणु हमले का ख़तरा मंडरा रहा है। इसकी आशंका किसी और ने नहीं बल्कि NATO के महासचिव जेन स्टोलटेनबर्ग ने जापान की राजधानी टोक्यो में जताई है। टोक्यों के कीयो विश्वविद्यालय में NATO महासचिव ने ये बोल कर दुनिया को डरा दिया है। जेन स्टोलटेनबर्ग ने इस दौरान कहा कि “रूस और चीन लगातार क़रीब आ रहे हैं। चीन रूस की मदद से उन्नत सैन्य क्षमता बढ़ाने के लिए परमाणु हथियारों पर भारी पैसे ख़र्च कर रहा है। लेकिन चीन की ये पहल ख़तरा पैदा करने वाला है। ये NATO सहयोगियों के लिए भी एक बड़ी चुनौती तो है ही विश्व के लिए भी ख़तरा बढ़ाने वाला है।” इसके साथ ही NATO महासचिव जेन स्टोलटेनबर्ग ने दावा किया कि “चीन की न्यूक्लियर फैक्ट्री में परमाणु हथियार और लंबी दूरी की मिसाइलों के बनाने का काम बहुत ही तेजी से चल रहा है।”
अमेरिका से लड़ने की तैयारी में चीन
हालांकि एक ओर NATO महासचिव ने चीन और रूस को लेकर कई बड़े और ख़तरनाक दावे किए, वहीं जापान के इंटिलिजेंस के मुताबिक भी चीन के बारे में जबरदस्त खुलासे किए। जिसके मुताबिक “चीन के पास 1900 से ज़्यादा जमीन से मार करने वाली मिसाइलें हैं, वहीं समंदर से मार करने वाली 300 मिसाइलें चीन बना रखा है, 2020 में चीन ने अकेले 250 मिसाइलों का परीक्षण किया था, ये पूरी दुनिया में किए गए कुल मिसाइल टेस्ट से ज्यादा है। चीन के पास इस समय अंतरिक्ष में 200 निगरानी रेडार हैं, जो धरती का चप्पा-चप्पा छान मार रहे हैं।” इन्हीं आंकड़ों के दम पर दावा किया जा रहा है कि जंग छेड़ने से पहले चीन अमेरिका से ना सिर्फ लड़ने बल्कि जीतने की ताकत हासिल करने में लगा है।
2025 में चीन और अमेरिका में युद्ध का दावा
दावा किया जा रहा है कि यूक्रेन युद्ध में रूस जीत गया तो वह चीन को भी शह देगा, ताकि शी जिनपिंग ताइवान पर हमले करने में देरी ना करें। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार रहे जनरल एचआर मैकमास्टर ने भी कई चौंकाने वाले खुलासे किए। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार की माने तो “अमेरिका की सेना को चीन के साथ युद्ध के लिए हर पल तैयार रहना चाहिए।” यूएस एयर मोबिलिटी कमांड के प्रमुख और वायु सेना के जनरल माइक मिनिहान ने चेतावनी दी है कि “अमेरिका और चीन अगले दो बरस के भीतर युद्ध कर सकते हैं। अगर ये चेतावनी सही निकली और 2025 में अगर चीन और अमेरिका के बीच युद्ध शुरू हो गया”।
परमाणु हमला कर सकता है चीन
शी जिनपिंग को तीसरी बार अगले 5 साल के लिए चीन की सत्ता की बागडोर मिली है, तब से चीन की रणनीति और आक्रामक हो गई है। पेंटागॉन की रिपोर्ट में अंदेशा जताया गया है कि “चीन ने 2020 से अपने ICBM भंडार को दोगुना कर लिया है। चीन के पास अब 300 ICBM और 300 ही ICBM लांचर हैं। जो कि अभी भी अमेरिका से कम है अमेरिका के पास 400 ICBM और 450 ICBM लांचर हैं।” ICBM (Intercontinental Ballistic Missile) तादाद में भले ही अमेरिका के पास ज्यादा है। लेकिन दावा है कि चीन ने अमेरिका के मुकाबले अधिक परमाणु बम अपने ICBM पर लगा रखे हैं। ICBM पर परमाणु बम का सीधा सा मतलब है अमेरिका तक चीन की परमाणु पहुंच हो चुकी है। मतलब युद्ध में चीन अमेरिका पर परमाणु हमला पूरी ताकत के साथ कर सकता है।
चार गुणा परमाणु बम बना लेगा चीन
पेंटागॉन की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि चीन ने 400 परमाणु बम बना लिए हैं। पेंटागॉन की सीक्रेट रिपोर्ट में दावा किया गया है “चीन 2027 तक 700 परमाणु हथियार बना लेगा, वहीं 2030 तक अपने जखीरे में लगभग 1000 परमाणु हथियार जमा कर लेगा। और 2035 तक चीन के परमाणु तहखाने में 1500 परमाणु हथियार तैयार हो जाएंगे।”
साफ है चीन की मंशा आने वाले दिनों में दुनिया पर न्यूक्लिय धाक जमाने की है। क्योंकि 1500 परमाणु हथियार तैयार कर लेने के बाद चीन दुनिया का तीसरा बड़ा न्यूक्लियर सुपरपावर बन जाएगा। ऐसे में चीन की दुनिया के सबसे बड़े न्यूक्लियर पावर से पैक्ट और खतरनाक हो जाता है।