मुंबई के पास मीरा रोड हत्या मामला जितना सीधा लग रहा था। वो अब उतना ही उलझते जा रहा है। आरोपी पार्टनर मनोज साने के बयान लगातार बदलते जा रहे हैं। जिससे जाँच की गुत्थी और उलझती जा रही है। आरोपी के लगातार बदलते बयान की वजह से उसपर शक की सुई और गहरी हो गई। हालांकि पुलिस का मानना है कि आरोपी पार्टनर पुलिस को गुमराह करने की कोशिश कर रहा है। ताकि पुलिस को ज्यादा से ज्यादा समय तक इसमें उलझा कर रखा जा सके। लेकिन पुलिस भी अपने जांच के दायरे बढ़ा रही है। इसी बीच तीन महिलाओं के नया नगर थाने पहुंचने पर, वहां हलचल तेज हो गई।
तीन महिलाओं ने बढ़ा दी उलझन
एक दिन पहले तक आरोपी मनोज साने सरस्वती को अनाथ बता रहा था। जिसके बाद पुलिस भी सरस्वती को अनाथ मानकर चल रही थी। लेकिन अब नया नगर थाने पहुंची तीनों महिलाओं ने खुद को सरस्वती की बहन होने का दावा कर दिया। जिसके बाद पुलिस ने पहले तो तीनों महिलाओं का बयान दर्ज किया फिर तीनों को DCP दफ्तर ले गए। दावा यहां तक किया गया कि सरस्वती वैद्य ने अहमदनगर जिले के एक बालिका आश्रम से पढ़ाई की थी। वहां उसने दसवीं तक की पढ़ाई की थी।
मृतक के स्कूल तक पहुंची जांच की आंच
आश्रम के एक शिक्षक का दावा है कि सरस्वती वहां 2005-06 में पढ़ने आई थी। 10वीं के बाद वो कहाँ गई, इसकी जानकारी स्कूल प्रबंधन को नहीं है। इसके साथ ही दावा किया कि आश्रम में सरस्वती का अच्छे से पालन-पोषण किया गया था। बताया गया कि जब सरस्वती 18 साल की हुई थी तब आश्रम से अपनी बहन के यहां चली गई थी। लिव इन पार्टनर के साथ दरिंदगी और निर्मम हत्या के बाद से ही हड़कम्प मचा है। लेकिन अब देखने वाली बात होगी की पुलिस इस मसले को कब तक सुलझा पाती है। हालांकि कोर्ट ने 16 जून तक आरोपी मनोज साने को पुलिस हिरासत में भेज दिया है।