रूस के ताबड़तोड़ हमलों से यूक्रेन हर पल कांप रहा है। पुतिन के चेचन लड़ाकों और वैगनर ग्रुप ने यूक्रेन के शहरों में इतना बारूद भरा कि कई शहर बर्बाद हो गए। यूक्रेन से युद्ध के एक साल पूरे हो गए, और दोनों ही ग्रुप अभी भी युद्ध के मैदान में एक साथ यूक्रेन के खिलाफ लड़ रहे हैं। लेकिन अब पुतिन के लिए परेशान करने वाली खबर है।
पुतिन का लेफ़्ट हैंड हुआ बाग़ी!
बताया जा रहा है कि रमजान कादिरफ और पुतिन के बीच सब कुछ ठीक नहीं चल रहा। पुतिन के लैफ्ट हैंड कहे जाने वाले रमज़ान कादिरफ़ ने बड़ा ऐलान कर दिया है। कादिरफ़ ने वैगनर ग्रुप की तरह ही अपनी प्राइवेट आर्मी बनाने की बात कही है। रमजान कादिरफ़ के मुताबिक वो अपनी प्राइवेट सेना बनाएंगे। ये सेना ठीक उसी तरह से जैसे उनके भाई ने वैगनर ग्रुप बनाया है। यूक्रेन के ख़िलाफ़ जंग में पुतिन की प्राइवेट आर्मी कही जाने वाली वैगनर पूरे दमखम के साथ लड़ रही है, लेकिन वहीं चेचन लड़ाके भी कोहराम मचा रहे हैं। अब पुतिन के इशारों पर चलने के बजाय चेचन प्रमुख रमजान कादिरफ़ अपनी सेना बनाने के प्लैन में हैं।
पहले चेचन लड़ाके ने किया था हमला
यूक्रेन में तबाही मचा रहे हैं चेचन के लड़ाके हर जगह बर्बादी की कहानी लिख रहे हैं। यूक्रेन में कादिरफ़ की फौज ने कई बार जीत का परचम लहराया है। ज़ेलेंस्की को ऐसी चोट दी है जिसे आने वाले कई सालों तक वो भूल नहीं पाएंगे। यूक्रेन में युद्ध के शुरूआती दौर में ही मारियूपुल शहर पर सबसे पहले चेचन सैनिकों ने ही कब्जा किया था और वहां भारी तबाही मचाई थी।
मौत का दूसरा नाम कादिरफ!
पुतिन के लेफ्ट हैंड कहे जाने वाले रमज़ान कादिरफ़ को युद्ध के मैदान में मौत का दूसरा नाम माना जाता है। चेचन सेना में एक से बढ़कर एक खूंखार सैनिक हैं लेकिन फिर भी युद्ध में पुतिन को अपनी प्राइवेट आर्मी वैगनर ग्रुप की मदद लेनी पड़ी। यूक्रेन के खिलाफ युद्ध में वैगनर ग्रुप और चेचन सैनिक एक साथ युद्ध लड़ रहे हैं। ऐसे में कादिरफ का अपनी प्राइवेट आर्मी बनाने का ख्याल बग़ावत की तरफ इशारा कर रहा है।
आख़िर क्यों बागी हो गए कादिरफ?
कुछ राजनयिक भी यही मानकर चल रहे हैं कि ये रूस के लिए अस्थिरता का संकेत होगा।यूक्रेन के खिलाफ युद्ध को जेहाद का नाम देने वाले रमजान कादिरफ का जुनून किसी से छिपा नहीं है। कादिरफ युद्ध में अपने तीन बेटे को भी उतारा था। रमज़ान कादिरफ के पिता भी चेचन कमांडर थे और उनकी हत्या कर दी गई थी। सोवियत संघ के टूटने के बाद चेचन अलग हो गया था, लेकिन बाद में रूस ने फिर से उस पर कब्जा कर लिया। इसके बाद पुतिन ने रमज़ान कादिरफ को चेचन का प्रमुख बना दिया। इसलिए कादिरफ़ को पुतिन का कट्टर समर्थक माना जाता है।
पिता ने की थी चेचन की स्थापना
हालांकि अब देखने वाली बात होगी कि आखिर खूंखार सैनिकों से भरी फौज के कमांडर को अपनी प्राइवेट आर्मी की जरूरत क्यों है। बताया जा रहा है कि रमजान कादिरफ़ का प्लैन है कि वो रिटायर होकर अपनी एक सेना बनाएंगे। ये सेना बिल्कुल अपने भाई की तरह जैसे वैगनर ग्रुप बना है, ठीक उसी तरह। हालांकि, रमजान कादिरफ़ के इस फ़ैसले में बग़ावत की बू आ रही है क्योंकि रूस के समानांतर एक सेना बनाना पुतिन को कभी भी मंजूर नहीं होगा।