रोटी के बाद अब पानी के लिए पाकिस्तानी मोहताज, सांसदों पर पैसों की बारिश

पाकिस्तान में महंगाई ने कमर तोड़कर रख दी है, लोगों को खाने पीने से लेकर बिजली तक नहीं मिल पा रही है। वहीं, सरकार इन सबके बाद भी संभलने को तैयार नहीं है।

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पाकिस्तान में हालात दिन पर दिन ख़राब होते जा रहे है। गेहूं की किल्‍लत ने पाकिस्तान को उस स्थिति में पहुंचा दिया है जहाँ पर लोग भूखे रहने को मजबूर हैं। आटा-रोटी के बाद पाकिस्तान में पानी की भी कमी बढ़ गई है और लोगों के पास पीने तक का पानी नहीं है। वहाँ के सिंध, पंजाब और बलूचिस्तान प्रांत में पानी का संकट गहराता ही जा रहा है।

आटे कि लिए मारामारी

एक बोरी आटे के लिए सड़क पर संग्राम
पहले से ही आर्थिक तंगहाली से जूझ रहे पाकिस्तान की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रहीं हैं। पाकिस्तान में एक संकट अभी ख़त्म नहीं हुआ कि नया संकट सामने आकर खड़ा गया। बदहाली से जूझते पाकिस्तान में पहले ही लोग एक-एक रोटी के लिए मोहताज हो गए हैं। वहां आटे दाल की क़ीमतें आसमान छू रही हैं, हालात ये हैं कि एक-एक बोरी आटे के लिए लोग एक-दूसरे पर हमला करने से भी बाज नहीं आ रहे। रोटी के लिए मारामारी की तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर पाकिस्तान में भूखी मर रही अवाम तस्वीर पेश कर रही है।लोग आटे से लदे ट्रकों का कई किलोमीटर तक पीछा कर रहे हैं, एक-एक बोरी के लिए लोग आपस में झगड़ रहे हैं…

अब पानी के लिए भी तरसे लोग
ऐसे हालात में पाकिस्तान को एक और झटका लगा है। पाकिस्तान में आटे के बाद अब पानी की समस्या आ गई है। पाकिस्तान में अन्न के साथ-साथ अब पीने के पानी की भी नई समस्या हो सकती है। बताया जा रहा है कि पाकिस्तान के कई राज्यों में पानी की कमी है।सिंध और बलूचिस्तान में पानी की समस्या बढ़ती जा रही है। रिपोर्ट के मुताबिक़ बलूचिस्तान के कई इलाक़ों में पानी की भारी कमी हो गई है और ये समस्या विकराल होती जा रही है। बताया जा रहा है कि प्रशासन की लापरवाही और देख-रेख के अभाव में पीने के पानी के प्लांट्स ख़राब होते जा रहे हैं, जिससे वहाँ पानी की समस्या बढ़ती जा रही है। जानकारी के मुताबिक़ पाकिस्तान के बलूचिस्तान के 25 फीसदी लोगों को ही पीने के लिए साफ पानी मिल पा रहा है। कुछ ऐसे ही हालात वहाँ के सिंध प्रांत में भी है। वहीं पंजाब में भी पानी की समस्या बढ़ती जा रही है। पंजाब में 1 लाख 27 हज़ार 800 क्यूसेक पानी की जरूरत है, जबकि वहाँ सिर्फ़ 53 हज़ार 100 क्यूसेक पानी की ही आपूर्ति हो पा रही है। पाकिस्तान क़र्ज़ के बोझ से इतना दब गया है कि अब देश भूखा मरने के मुहाने पर पहुंच गया है

सांसदों पर पैसों की बारिश
एक तरफ़ पाकिस्तान में ना आटा है ना बिजली और कई इलाकों में तो पानी तक खत्म हो गया है ऐसे में पाकिस्तान सरकार ने विनाश काले विपरीत बुद्धि वाली कहावत को सिद्ध कर दिया है, पाकिस्तान की अवाम एक तरफ भूख के मारे दम तोड़ रही है वहीं दूसरी तरफ़ पाकिस्तान सरकार ने विकराल होती जा रही खराब आर्थिक स्थिति के बीच पाकिस्तान के सासंदों पर पैसों की बारिश कर दी है।शहबाज शरीफ़ सरकार ने सांसदों के विवेकाधीन खर्चे को 9 हज़ार करोड़ पाकिस्तानी रुपयों तक बढ़ा दिया है। इतना ही नहीं जनता को रोटी महैया करना के बजाय पाकिस्तान की शहबाज शरीफ़ सरकार ने जजों के आवासों के मरम्मत और रखरखाव के लिए सरकारी ख़जाने से क़रीब 85 करोड़ रुपए आवंटित कर दिए है।

पीएम शहबाज शरीफ

पाकिस्तान का ये फ़ैसला चौंकाने वाला है क्योंकि आर्थिक संकट के बीच वो अमेरिका और UAE समेत कई देशों से मदद की गुहार लगा चुका है, इकोनॉमी इस कदर ध्वस्त हो चुकी है कि श्रीलंका जैसे हालात बनते जा रहे हैं। इन सबके बावजूद सांसदों और जजों पर दिल खोलकर खर्च किए जा रहे हैं। खास बात ये है कि पाकिस्तान की नैशनल ऑस्टेरिटी कमिटी की तरफ़ से सांसदों के ख़र्च बढ़ाने की सिफ़ारिश की गई थी।

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